Sunday 1 October 2017

पानी रोको अभियान

#पानी_रोको_अभियान के तहत आज बैतूल जिले के सभी दस विकासखंडों में वर्षा जल को रोकने के लिए आयोजित कार्यशालाएं सम्पन्न हुई | आमला, बैतूल, घोड़ाडोंगरी, शाहपुर, चिचोली, भीमपुर, मुलताई, प्रभातपट्टन, भैंसदेही और आठनेर जनपद मुख्यालयों पर आयोजित इन कार्यशालाओं में जिला पंचायत, जनपद पंचायत के अधिकारी, निर्वाचित प्रतिनिधि, उप यंत्री, सम्बंधित नगरपालिकाओं के सीएमओ के साथ सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, जन अभियान परिषद के समन्वयक, मेंटर्स, विद्या भारती जनजाति शिक्षा के कार्यकर्ताओं के साथ स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनधि आदि मिलाकर तीन हजार से अधिक प्रशिक्षार्थियों ने इस महाभियान में भागीदारी की |
कार्यशालाओं में गाँव के नदी, तालाब, कुओं और अन्य जलस्रोतों का रखरखाव, स्टाप डेम, पटिया डेम में समय से कड़ी शटर लगाकर बन्द करना तथा बोरी बंधान का प्रशिक्षण दिया गया | इसमें अधिक बातें पावर पाइंट के माध्यम से बताई | इसके अतिरिक्त वर्षा जल को रोकने के लिए अपने घरों में सोंखता गड्डा बनाना, खेतों में मेढ़ बंधान, खन्ती खोदना, पहाड़ों पर पानी रोकना तथा पौधारोपण की भी तकनीकियाँ सिखाई | परस्पर संवाद के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों के प्रश्न और सुझावों पर भी सभी जगह विस्तार से चर्चा हुई |
ईश्वर की कृपा कुछ ऐसी रही कि जिस दिन से प्रशिक्षण प्रारम्भ हुए उसी दिन से जिले मे वर्षा भे होने लगी | जैसे ही वर्षा जल का बहाव नदी-नालों में कम होगा | पूरे जिले में बोरी बंधान बनाने का काम एक महाभियान और महोत्सव के रूप में होगा और इस वर्ष अल्प वर्षा से उत्पन्न हुई स्थिति का सामना जिले के लोग कर सकेंगे |
#जलं_रक्षति_रक्षितः (हम जल की रक्षा करें, जल हमारी रक्षा करेगा)






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